लाइब्रेरी साइंस में कौन-कौन से कोर्स उपलब्ध हैं? (BLISc, MLISc, PhD आदि)
परिचय
आज के डिजिटल युग में लाइब्रेरी साइंस (Library and Information Science) एक तेजी से बढ़ता हुआ करियर विकल्प है। पहले इसे केवल पुस्तकों और लाइब्रेरी तक सीमित माना जाता था, लेकिन अब यह डिजिटल लाइब्रेरी, ई-लाइब्रेरी, सूचना प्रबंधन (Information Management) और रिसर्च क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
अगर आप लाइब्रेरियन, इंफॉर्मेशन ऑफिसर या रिसर्चर बनना चाहते हैं तो यह जानना ज़रूरी है कि लाइब्रेरी साइंस में कौन-कौन से कोर्स उपलब्ध हैं और उनका करियर स्कोप क्या है।
🔹 1. बी.एल.आई.एससी (BLISc – Bachelor of Library and Information Science)
- अवधि: 1 साल (कुछ जगह 2 सेमेस्टर)
- योग्यता: किसी भी विषय में स्नातक (Graduate)
- क्या सिखाया जाता है:
- लाइब्रेरी का प्रबंधन (Library Management)
- कैटलॉगिंग और क्लासिफिकेशन
- सूचना स्रोत (Information Sources)
- आईसीटी और डिजिटल लाइब्रेरी
- करियर स्कोप: स्कूल लाइब्रेरियन, असिस्टेंट लाइब्रेरियन, डाटा एंट्री और ई-लाइब्रेरी मैनेजमेंट।
🔹 2. एम.एल.आई.एससी (MLISc – Master of Library and Information Science)
- अवधि: 1 साल (कुछ विश्वविद्यालयों में 2 साल)
- योग्यता: BLISc या संबंधित विषय में स्नातक
- क्या सिखाया जाता है:
- एडवांस्ड कैटलॉगिंग और क्लासिफिकेशन
- रिसर्च मेथडोलॉजी
- डिजिटलीकरण और सूचना प्रौद्योगिकी
- नेटवर्किंग और डेटाबेस मैनेजमेंट
- करियर स्कोप:
- विश्वविद्यालय/कॉलेज में लाइब्रेरियन
- रिसर्च लाइब्रेरी, नेशनल आर्काइव्स
- आईटी और इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट सेक्टर
🔹 3. पीएचडी (PhD in Library and Information Science)
- अवधि: 3–5 साल (रिसर्च आधारित)
- योग्यता: MLISc + UGC NET/JRF क्वालिफाई
- क्या सिखाया जाता है:
- सूचना प्रबंधन में उन्नत शोध
- डिजिटल आर्काइव्स और ई-रिसोर्सेज
- सूचना पुनर्प्राप्ति प्रणाली (Information Retrieval System)
- करियर स्कोप:
- विश्वविद्यालय में प्रोफेसर/रिसर्चर
- सरकारी और अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सूचना विशेषज्ञ
- डिजिटल नॉलेज मैनेजमेंट में उच्च पद
🔹 4. डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स
- लाइब्रेरी ऑटोमेशन
- डिजिटल लाइब्रेरी मैनेजमेंट
- डॉक्यूमेंटेशन और इन्फॉर्मेशन सर्विसेस
- ई-लर्निंग और ई-कंटेंट डेवलपमेंट
👉 ये कोर्स कम अवधि (6 महीने–1 साल) के होते हैं और ICT स्किल्स विकसित करने में मदद करते हैं।
🎯 करियर अवसर (Career Opportunities)
लाइब्रेरी साइंस की पढ़ाई के बाद आप इन पदों पर काम कर सकते हैं:
- स्कूल/कॉलेज लाइब्रेरियन
- यूनिवर्सिटी/रिसर्च इंस्टीट्यूट में असिस्टेंट/चीफ लाइब्रेरियन
- डिजिटल लाइब्रेरी मैनेजर
- इन्फॉर्मेशन ऑफिसर
- नॉलेज मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट
📌 निष्कर्ष
अगर आप पढ़ाई + रिसर्च + डिजिटल स्किल्स में रुचि रखते हैं तो लाइब्रेरी साइंस आपके लिए बेहतरीन करियर विकल्प है।
- BLISc शुरुआती स्टेज के लिए
- MLISc एडवांस लेवल और रिसर्च बेस्ड पढ़ाई के लिए
- PhD शिक्षण और उच्च शोध कार्यों के लिए
👉 आने वाले समय में डिजिटल लाइब्रेरी और ई-लर्निंग की बढ़ती डिमांड के कारण इस क्षेत्र में नौकरी के अवसर और भी बढ़ेंगे।
❓ लाइब्रेरी साइंस से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. लाइब्रेरी साइंस में कौन-कौन से कोर्स होते हैं?
👉 लाइब्रेरी साइंस में मुख्य कोर्स हैं – BLISc (Bachelor of Library Science), MLISc (Master of Library Science) और PhD (Doctorate in Library Science)। इसके अलावा डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स भी उपलब्ध हैं।
2. BLISc करने के लिए योग्यता क्या है?
👉 किसी भी विषय में स्नातक (Graduation) करने के बाद आप BLISc में प्रवेश ले सकते हैं।
3. MLISc कोर्स की अवधि कितनी होती है?
👉 अधिकांश विश्वविद्यालयों में MLISc की अवधि 1 साल होती है, लेकिन कुछ जगह यह 2 साल (4 सेमेस्टर) का भी होता है।
4. PhD in Library Science करने के लिए क्या-क्या चाहिए?
👉 इसके लिए MLISc पास होना चाहिए और UGC-NET या JRF क्वालिफाई करना अनिवार्य है।
5. लाइब्रेरी साइंस पढ़ने के बाद सरकारी नौकरी मिल सकती है क्या?
👉 हाँ ✅ BLISc/MLISc के बाद आप स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, पब्लिक लाइब्रेरी, सरकारी विभाग (RRB, SSC, PSC, UGC NET) में नौकरी पा सकते हैं।
6. लाइब्रेरियन की औसत सैलरी कितनी होती है?
👉 शुरुआती स्तर पर ₹25,000 – ₹40,000 प्रति माह, और अनुभव बढ़ने पर सरकारी नौकरियों में ₹50,000 – ₹80,000 या उससे अधिक मिल सकती है।
7. क्या लाइब्रेरी साइंस का भविष्य सुरक्षित है?
👉 हाँ ✅ डिजिटल लाइब्रेरी, ई-लर्निंग और नॉलेज मैनेजमेंट के बढ़ते उपयोग के कारण लाइब्रेरी साइंस का भविष्य और भी मजबूत हो रहा है।